नारायण बलि पूजा किसी व्यक्ति की अप्राकृतिक मृत्यु या कुंडली में पाए जाने वाले किसी पितृ दोष के लिए भगवान नारायण को प्रसन्न करने के लिए की जाती है। यह पूजा अप्राकृतिक मृत्यु के सभी मामलों में की जानी है, जैसे जानवरों से मृत्यु, आगजनी, शाप, हैजा, बीमारी, आत्महत्या, सांप के काटने आदि।
पितृ श्राप से मुक्ति मिलती है और सभी बाधाएं, बुरे सपने और बाधाएं दूर हो जाती हैं।यह सभी समस्याओं जैसे शादी और बच्चे के जन्म में देरी, आर्थिक परेशानी, बीमारी आदि के लिए एक उपाय है।हमारे पूर्वज शांति से रहेंगे और उनका आशीर्वाद सुरक्षित रहेगा।